नई दिल्ली। देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में फरवरी महीने में तेजी दिखी है। यह तेजी नए ऑर्डर्स में दिखे विस्तार के कारण देखने को मिली है, जो कि उत्पादन और रोजगार सृजन में इजाफे का समर्थन करते हैं।
निक्केई इंडिया का सर्विस बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स जो कि जनवरी महीने में 52.2 पर रहा था वो फरवरी में 52.5 पर आ गया है, जो कि आउटपुट में तेजी का संकेत देता है। सर्विस पीएमआई में यह विस्तार लगातार 9वें महीने में देखने को मिला है।पीएमआई के संदर्भ में 50 से ऊपर का स्तर विस्तार और इससे नीचे का स्तर संकुचन की स्थिति को दर्शाता है। इस सर्वे में कहा गया है कि मजबूत मांगों के बीच सेवा क्षेत्र की कंपनियों को नए बिजनेस मिलने का स्तर काफी हद तक बढ़ गया है। इसमें कहा गया कि सेवा क्षेत्र को मिले नए आर्डर्स में तेजी घरेलू कारकों के चलते है। मुख्य अर्थशास्त्री ने बताया, नए आर्डर्स और बिजनेस गतिविधियों में आई तेजी आठ वर्षों के लिए नौकरियों में सबसे बेहतर प्रदर्शन को मजबूत करती है।
वहीं इसी बीच निक्केई इंडिया का कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स जो कि मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस दोनों पीएमआई को मापता है वो जनवरी के 53.6 के स्तर के मुकाबले बढक़र 53.8 के स्तर पर पहुंच गया। यह बताता है कि देश के भीतर निजी क्षेत्र की गतिविधियों में तेजी आई है।