नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि युवाओं को तेल एवं गैस क्षेत्र में करियर की संभावनाओं को तलाशना चाहिए क्योंकि भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में तेल एवं गैस क्षेत्र के पेशेवरों की बड़ी भूमिका होगी।
प्रधान ने कहा कि तेल और गैस क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एफईपीआई की पहल सराहनीय है। उन्होंने कहा कि भारत का ऊर्जा क्षेत्र जिस तरह व्यापक हो रहा है, उससे देश में तेल और गैस क्षेत्र की तकनीकी समझ रखने वाले युवा पेशेवरों की मांग तेजी से बढऩे वाली है। एफआईपीआई की यहां जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह शहरीकरण बढ़ रहा है, उसको देखते हुए अब ग्रामीण इलाकों में लोगों के लिए बुनियादी जरूरत और स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन और रोजगार के वह सभी अवसर उपलब्ध कराने होंगे, जिससे समावेशी विकास हो सके। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर के स्तर तक ले जाने की दिशा में बढ़ रहे हैं। इस लक्ष्य को हासिल करने में तेल एवं गैस क्षेत्र के पेशेवरों की ख़ास भूमिका होगी। प्रधान ने कहा कि पिछले पांच साल में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बनी नीतियों का मकसद अधिक से अधिक तकनीक और निवेश आकर्षित करना रहा है। ऊर्जा क्षेत्र में विशेष रूप से तेल और गैस क्षेत्र पर उन्होंने बताया कि अगले चार साल में भारत की रिफाइनरी, पाइपलाइनों और गैस टर्मिनल में 100 अरब डॉलर से अधिक का निवेश होगा। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां युवा पेशेवरों के लिए करियर के कितने अवसर उपलब्ध होंगे।